अपने दिवंगत पिता की याद में छात्रों को वर्दियां वितरित की पंजाब न्यूजलाइन, चंडीगढ़/पटियाला, 7 सितंबर- पंजाब के सीएस अनुराग वर्मा ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा सामाजिक विभाजन को पाटने का सबसे शक्तिशाली साधन है, जिसमें ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों, गरीबी और अमीरी के साथ-साथ लिंग और जाति के बीच की खाई भी शामिल है। अपने पैतृक गांव चलेला के दौरे के दौरान वर्मा ने अपने दिवंगत पिता प्रो. बीसी वर्मा की याद में स्थानीय सरकारी स्कूल के छात्रों को वर्दियां वितरित कीं। उनके साथ उनकी पत्नी नवदीप वर्मा और उनका बेटा अयान वर्मा भी थे। मुख्य सचिव ने स्कूल में एक नए कॉमर्स स्ट्रीम का भी उद्घाटन किया, जो छात्रों को व्यापक शैक्षणिक अवसर प्रदान करेगा। छात्रों को संबोधित करते हुए, श्री वर्मा ने छात्रों और शिक्षकों दोनों को पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया, उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत और समर्पण गांव के किसी भी छात्र को महान ऊंचाइयों पर पहुंचा सकता है। श्री वर्मा ने अपने परिवार की शैक्षिक यात्रा को भी याद किया, उन्होंने कहा कि उनके दादा, एक पटवारी, कानूनगो की भूमिका में आगे बढ़े। उनके पिता, प्रो. बीसी वर्मा ने पटियाला में अपनी पढ़ाई जारी रखने से पहले गांव के स्कूल में अपनी शिक्षा शुरू की, अंततः रसायन विज्ञान के प्रोफेसर बने और बाद में एक कॉलेज के प्रिंसिपल बने। उनकी माँ ने भी शिक्षा प्राप्त की और एक स्कूल प्रिंसिपल के पद तक पहुँचीं।
शहरी-ग्रामीण, गरीबी-धन और लिंग-जाति विभाजन को पाटने की कुंजी — अनुराग वर्मा
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